अंतर्राष्ट्रीय कुरआनी समाचार एजेंसी (IQNA) ने आनतारा समाचार के अनुसार बताया कि »मिफ्ताहुल जन्ना« इंडोनेशियाई अंधी जुडो कार लड़की ने प्रतियोगिता की शुरुआत में ही इस अनुशासन के नियमों पर आधारित हिजाब को हटाने से इनकार कर दिया।
पैरालाम्पिक जूडो कॉम्पिटिशन के निदेशक ने खबर की घोषणा करते हुए कहा कि रेफरी ने (आईबीएसए) के नियमों से वंचित होने के कारण प्र तिस्पर्धा से वंचित था इस लिए उसको प्रतियोगिता से मना कर दिया।
जूरी टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए बा हिजाब एथलीटों को अनुमति नहीं देता है कि प्रतियोगिता में भाग ले। अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक 2012 से लागू किए जा रहे हैं, एथलीटों को हिजाब पहनना नहीं चाहिए क्योंकि कानून के मुताबिक,उनको कुछ तकनीकों को करने से रोकते हैं और एथलीटों के स्वास्थ्य को खतरे में डाल देते हैं।
21 वर्षीय जौडकार 52 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करना चाहती थी।
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